फ़र्ज़ी दस्तावेज तैयार क़र झूठी शिकायत मे फसा निवर्तमान पार्षद का पुत्र, मुकदमा दर्ज!
एक ग्राम प्रधान, बहाड़ी व वन विभाग के रिटायर्ड कर्मचारी सहित कई के नाम भी आए शुरुआती जांच मे सामने...
हरिद्वार। परिवार रजिस्टर की फ़र्ज़ी नकल तैयार करने के बाद झूठी शिकायत कर रंगदारी मांगने के आरोप में पुलिस ने कांग्रेस के एक निवर्तमान पार्षद के बेटे के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है की रकम न देने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई। पुलिस की शुरुआती छानबीन में मामले के पीछे बड़ी साजिश सामने आई है। जिसमें खुद को कथित पत्रकार बताने वाले एक कारपेंटर मिस्त्री समेत वन विभाग से रिटायर्ड एक कर्मचारी व कई अन्य लोगों की भूमिका भी पुलिस को पता चली है। पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल ने गहनता से पड़ताल कर कार्रवाई के निर्देश सिडकुल पुलिस को दिए हैं। नामजद आरोपी के खिलाफ आधा दर्जन मुकदमे दर्ज है व उसका भाई अल्मोड़ा कॉर्पोरेटिव बैंक को लाखो की चपत लगाने के मामले मे पिछले एक साल से जेल मे बंद है।
पुलिस के मुताबिक ज्वालापुर के मोहल्ला कोटरवान निवासी पीड़ित ने तहरीर देकर बताया कि बीते एक अगस्त को वह अपने किसी कार्य से रोशनाबाद कचहरी आया हुआ था। तभी नवाज अब्बासी पुत्र जफर अब्बासी निवासी राम रहीम कालोनी ज्वालापुर मिला और जिलाधिकारी को दिया गया प्रार्थना पत्र दिखाया। आरोप है कि नवाज अब्बासी व उसके अन्य साथियों ने कूट रचित फर्जी रूप से तैयार की हुई परिवार रजिस्टर की नकल लगाई। जिसमें पीड़ित का जन्म वर्ष 2006 में दर्शाया गया। आरोप है कि नवाज ने ब्लैकमेल करते हुए कहा कि इस मामले में पीड़ित के विरूद्ध कार्यवाही होगी, कार्यवाही से बचना चाहता है तो 50,000/ रूपये दे और मेरे व मेरे साथियो के विरूद्ध किये गये मुकदमें वापस ले ले। पीड़ित ने कहा कि हमारे खिलाफ झूठी शिकायत क्यो कर रहे हो तुमने पहले भी कई बार शासन प्रशासन मे हमारे खिलाफ झूठी शिकायते की है ऐसा मत करो मैं तुम्हे 50,000/ रूपये किस बात के दूं, इस पर नवाज अब्बासी ने गालियां दी और धमकी दी कि अगर मुझे 50,000/ रूपये नहीं दिये ओर मेरे व मेरे साथियो के खिलाफ किये गये मुकदमें वापस नही लिए तो मैं तेरे खिलाफ दी गयी इस शिकायत पर झूठा मुकदमा दर्ज करवाकर जेल में सडवा दूंगा और कानूनी कार्यवाही की तो तुझे जान से मरवा दूंगा। पीड़ित ने पुलिस को असली दस्तावेज दिखाते हुए बताया कि मेरी जन्मतिथि 02.09.2002 है और वर्ष 2006 में मैं माता वैष्णवो देवी स्कूल ज्वालापुर में नर्सरी में पढता था। जिसके प्रमाण पत्र मेरे पास है। आरोप लगाया कि नवाज अब्बासी मुझसे पहले से ही रंजिश रखता चला आ रहा है और नवाज अब्बासी और उसके साथियो के विरूद्व थाना सिडकुल व ज्वालापुर थाने में मुकदमा दर्ज करा रखा है। अब नवाज अब्बासी अपने साथियो के साथ मिलकर मेरे जन्म के फर्जी कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जिलाधिकारी के यहां झूठी शिकायत कर, मुझे ब्लैकमेल कर 50 हजार रुपये अवैध रूप से वसूलना चाह रहा है। थानाध्यक्ष सिडकुल द्वारा मामले की जाँच अपर उप निरीक्षक संजय चौहान के सुपुर्द की गई। जाँच मे संजय चौहान द्वारा निष्पक्ष कार्रवाई करते हुए फ़र्ज़ी नकल की तस्दीक ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत कार्यालय से की गई तो नकल का कूट रचित होना प्रकाश मे आया।
पुलिस द्वारा की गई शुरुआती छानबीन में सही निकले आरोप
पुलिस ने दस्तावेजों के आधार पर पूरे मामले की छानबीन की। जिसमें सामने आया कि साजिश में पार्षद पुत्र नवाज अब्बासी के साथ कई और लोग भी शामिल हैं। जिनमें एक खुद को पत्रकार बताने वाला पेशे से कारपेंटर मिस्त्री और वन विभाग का एक रिटायरमेंट कर्मचारी भी शामिल बताया जा रहा है। शुरुआती पड़ताल में फर्जीवाड़े के आरोप सही पाए जाने के बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के आदेश पर पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल ने मामले की एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार से गहराई से पड़ताल कराते हुए कार्रवाई के निर्देश सिडकुल थानाध्यक्ष मनोहर भंडारी को दिए हैं। फर्जी दस्तावेज तैयार कर झूठी शिकायत करने के इस मामले में मुकदमा दर्ज होने से साफ हो गया है कि शहर के संभ्रांत लोगों की झूठी शिकायत करने में शामिल इस गिरोह की कारगुजारी का जल्द पर्दाफाश हो सकता है।