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ज्वालापुर में दम तोड़ रही सफाई व्यवस्था, 3-3 दिन में उठ रहा गलियों का कूड़ा

पीके बिष्ट

हरिद्वार: डेंगू के प्रकोप बढ़ने के का समय चरम पर है मगर नगर निगम हरिद्वार की नींद मानो टूटने का नाम ही नही ले रही है। बात करे ज्वालापुर शहर में निगम द्वारा फॉगिंग कराए जाने की तो सूत्र बताते है की ज्वालापुर क्षेत्र में फॉगिंग की बात सिर्फ कागजों तक ही सिमट कर रह गई है। वहीं इस संबंध में ज्वालापुर के वार्ड- 40,41,42,43, व 44 की बात करें तो फॉगिंग के नाम पर बस बात ही की जा रही है।

सफाई व्यवस्था भी तोड़ रही दम, गलियों में सड़को से नही उठ पा रहा कूड़ा

सोशल मीडिया पर भले की नगर निगम सफाई व्यवस्था के बेहतर होने के लाख दावे कर रहा हो मगर धरातल पर ज्वालापुर में सफाई व्यवस्था दम तोड़ती नजर आ रही है। गलियों में सड़कों पर कूड़े के ढेर लगे रहते हैं मगर हाल ये है की प्राइवेट संस्था का कोई अधिकारी इस बात की सुध लेने को तैयार नही है। नगर निगम ने ज्वालापुर क्षेत्र में कूड़ा निस्तारण के लिए एक प्राइवेट संस्था ईकॉन के साथ अनुबंध किया हुआ है। प्राइवेट संस्था की जिम्मेदारी डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन व नालियों से निकले हुए कूड़े को उठाने की है परंतु कंपनी के कर्मचारी व सुपरवाइजर की लापरवाहियों के चलते क्षेत्र में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे रहते हैं। जब इस बारे में कर्मचारियों से पूछा जाए तो उनका कहना होता है कि पहले हमें सड़क से कूड़ा उठाने के लिए एक अतिरिक्त कर्मचारी दिया जाता था जो की कंपनी ने बंद कर दिया है साथ ही एक अकेले कर्मचारी को जवालापुर के 3 वार्डो की ज़िम्मेदारी दी जा रही है और मना करने पर नौकरी से निकालने के धमकी भी दी जाती है। जिसके चलते ज्वालापुर में सफाई व्यवस्था पूर्ण रूप से दम तोड़ चुकी है जिस और नगर निगम में बैठे अधिकारियों का भी कोई ध्यान नही है।
वार्ड 44-45-46 में सप्ताह में 3 दिन उठता है गलियों का कूड़ा

ज्वालापुर के काई वार्डो को भेल के मुख्य मार्ग तक जोड़ने वाले पांवधोई की गलियों से कूड़ा सप्ताह में मात्र 3 दिन उठता है। कई बार लोग बाबत शिकायत वार्ड के पार्षद से कर चुके है।
3-3 दिन गलियों में सड़ता रहता है कूड़ा परन्तु संस्था का कोई अधिकारी इस और ध्यान देने को तैयार नही होता है जिस कारण वार्ड 44-45-46 की जनता को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

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